चूत चुदाई के सभी खिलाड़ियों को मेरा प्रणाम। मैं रोहित एक बार फिर से आप सभी के बीच एक नई कहानी लेकर हाज़िर हूँ। मैं 25 साल का नौजवान लौंडा हूँ। मेरा लण्ड 7 इंच लंबा है। मेरा मोटा तगड़ा लण्ड किसी भी चूत के धागे खोलने की ताकत रखता है। आज आपके साथ साली जी की मस्त चुदाई की कहानी शेयर करने जा रहा हूँ।
एक दिन मैं किसी काम से ससुराल गया था। उस दिन् मेरी बड़ी साली यानि मोनिका जी भी वहाँ आई हुई थी। मोनिका जी बहुत ही बिंदास एकदम मस्त माल है। आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
मोनिका जी लगभग 38 साल की मस्त बिंदास औरत है। वो अच्छी कासी दिखती है। मतलब ये कि अगर उनको चोदा जाए तो लंड को भरपूर मज़ा मिल सकता है।उनका पूरा जिस्म भरा हुआ है। मोनिका जी के 34 साइज के बड़े बड़े बूब्स है जिन्हे वो हमेशा पल्लू से चिपकाए हुए रहती है।वहीं मोनिका जी की चिकनी कमर 32 साइज की है। कमर के नीचे मोनिका जी की मदमस्त गांड लगभग 32 साइज की है।
मोनिका जी को देखकर मेरा लंड फड़फड़ाने लगा। मोनिका जी को मै पहले भी बिस्तर पर आने के लिए आमंत्रित कर चुका था लेकिन मोनिका जी चूत देने के लिए तैयार नही हुई थी।
उस दिन मेरे सास ससुर और साला जी किसी प्रोग्राम मे गए हुए थे।घर पर बच्चे, मोनिका जी और भाभीजी ही थी। अब मैं मोनिका जी के हालचाल जानने लगा। मै मोनिका जी से बातें कर रहा था लेकिन मेरा ध्यान मोनिका जी पर था।
मै बार बार मोनिका जी को ताड़ रहा था। मोनिका जी भी मेरी प्यासी नजरो को पढ़ रही थी लेकिन ज्यादा कुछ कहने को तैयार नही हो रही थी। तभी मैं मोनिका जी को छेड़ने लगा।
” मोनिका जी आप एकदम रसमलाई सी हो। अगर एकबार मुझे इस रसमलाई को खाने का मौका मिल जाए तो मज़ा आ जाए। ”
” रोहित जी इस रसमलाई को खाना इतना आसान नही है। ‘
” हाँ मोनिका जी मैं जानता हूँ। तभी तो मै इस रसमलाई को अभी तक चख भी नही पाया हूँ। ”
” हाँ तो कभी चख भी नही पाओगे। ”
” मौका मिलने दो मोनिका जी।फिर चखना पीना सब हो जायेगा।
” ऐसा मौका आपको मिलेगा ही नही। ”
तभी मोनिका जी बरामदे मे से उठकर भाभीजी के पास चली गई। अब मैं लँड मस्लाता हुआ कमरे मे चला गया और मोनिका जी की चूत लेने के लिए प्लान बनाने लगा।
तभी कुछ देर बाद मोनिका जी कमरे मे आई और बैग मे से कपड़े निकालने लगी। उस टाइम भाभीजी दूसरे कमरे मे सो रही थी। तभी मैंने सोचा रोहित यही मौका है कर ले हिम्मत।
तभी मैं उठा और मैंने मोनिका जी को बाहों में कस लिया तभी मोनिका जी एकदम से डर गई।
” रोहित जी ये क्या कर रहे हो?कोई आ जायेगा।”
” कोई नही आयेगा मोनिका जी”
तभी मैंने मोनिका जी को मेरी तरफ घुमाया और झट से उनकी कमर को पकड़ कर मोनिका जी के होठो पर हमला कर दिया। अब मोनिका जी के रसीले होंठो को जमकर चूसने लगा।
मोनिका जी मुझे दूर हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने कस रखा था।मोनिका जी एक हाथ मे कपड़े ऐसे के ऐसे ही पकड़े हुई थी और मै मोनिका जी के होंठों पर लगी लिपस्टिक को चुस रहा था। मोनिका जी डरी हुई थी।
अब मैं मोनिका जी के टाइट बोबो को मसलने लगा।
इधर मेरा लंड मोनिका जी की चूत में घुसने के लिए कुलबुला रहा था। मै मोनिका जी को सम्हलने का भी मौका नहीं दे रहा था। मै मोनिका जी के बोबो को जबरदस्त तरीके से मसल् रहा था और उनके होंठो को चुस् रहा था।
मोनिका जी की डर के मारे गांड फट रही थी अब बोबे बचाने की उठापटक मे मोनिका जी के हाथ से कपड़े नीचे गिर् चुके थे।
अब मैने मोनिका जी की मदमस्त गांड को पकड़ लिया और फिर अच्छी तरह से मोनिका जी की मदमस्त गांड सहलाने लगा। अब मोनिका जी ढीली पड़ने लगी थी। मुझे मानिका जी की गांड की गोलाइयाँ महसूस होने लगी थी। अब मोनिका जी गर्म होने लगी थी।
” ओह्ह्ह्ह उन्ह्ह्ह सिस्सस्स।”
तभी मैं एक हाथ मोनिका जी के पेटिकोट में घुसाने लगा। अब मोनिका जी सबकुछ भूलकर उनकी चूत बचाने की कोशिश करने लगी। आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
मैं मोनिका जी को बहुत बुरी तरह से रगड़ रहा था। तभी मेरा हाथ मोनिका जी की चड्डी तक पहुँच चूका था। अब मोनिका जी मेरे हाथ को पकड़ कर बाहर खींचने लगी। तभी मैंने उनका हाथ मेरे पाजामे में डाल दिया और उन्हें लंड पकड़ा दिया। मै ताबड़तोड़ मानिका जी के होंठ चुस रहा था।
तभी मेने मोनिका जी के पेटिकोट में फिर से हाथ घुसा दिया और अबकी बार मेरे हाथ मोनिका जी की चूत लग ही गई। अब मै मोनिका जी की चूत मसलने लगा। मोनिका जी अब मेरा हाथ पकड़ते ही रह गई। अब तो मेरे हाथ में मोनिका जी की सबके कीमती चीज़ आ चुकी थी। अब मै मोनिका जी की चूत को बुरी तरह से मसल रहा था। अब मोनिका बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी। वो अब खुद का कंट्रोल खोने लगी थी।
तभी मैंने सोचा यही सही मौका है। डाल दे मोनिका जी की चुत् मे लंड। तभी मैंने झट से मोनिका जी को पलंग पर पटक दिया। तभी मोनिका जी फिर से उठने की कोशिश करने लगी।
” रोहित जी अब आगे कुछ भी मत करो। ”
” मोनिका जी अब मना मत करो। ”
तभी मै मोनिका जी पर चढ् गया और फिर से मोनिका जी पर ज़ोरदार हमला करने लगा। मै फिर से मोनिका जी के होठो को कसकर चुस् रहा था। अब तो मोनिका जी बिलकुल चुप थी। मै उनके होंठो को जमकर रगड रहा था। अब मैं मानिका जी के ब्लाउज को खोलने लगा लेकिन मोनिका जी ब्लाउज खोलने के लिए मना करने लगी।
” रोहित जी यार मत खोलो। ”
” मोनिका जी आप भी कैसे बातें कर रही हो यार खोलने दो। ”
” नही रोहित जी। ऐसा मत करो। भाभी यही है। ”
” तो होने दो ना। वो तो दूसरे कमरे मे सो रही है। ”
” नही रोहित जी यार रहने दो। ”
” नही मोनिका जी मै तो खोलुंगा ही। ”
तभी मैंने मोनिका जी के हाथो को दूर हटा दिया और झट से मोनिका जी के ब्लाउज के हूक् खोल दिए। तभी मैंने मोनिका जी की ब्रा को ऊपर करके उनके बोबो को नंगा कर दिया। बोबे नंगे होते ही मोनिका जी शर्म से लाल हो गई और उन्होंने आँखे बंद कर ली।
तभी मै मोनिका जी बोबो को मुट्टियो मे कसकर दबाने लगा लेकिन तभी मम्मी मम्मी की आवाज आई और मोनिका जी तुरंत उठ बैठी। बच्चे की आवाज सुनकर मैंने भी मोनिका जी को छोड़ दिया। अब मोनिका जी ने झट से ब्लाउज के हूक् लगा लिए। देखा तो सामने रोमित् था।
रोमित की वजह से मेरे लंड को तगडा झटका लगा था। तभी मानिका जी रोमित को लेकर कमरे से बाहर निकल गई। अब मैं लङ पकड़कर चुपचाप बैठ गया। आज रोमित की वजह से मेरे लंड को उसकी मम्मी की चूत नही मिल पाई थी।
अब मै कमरे मे लेट् गया। अब शाम को मोनिका जी मुझसे नज़रे नहीं मिला पा रही थी। मै मोनिका जी को ताड़ रहा था। मेरा लंड मोनिका जी के लिए कुलबुला रहा था। मोनिका जी चुपचाप काम् कर रही थी।
अब रात को खाना खाने के बाद भाभीजी ने मेरे लिए कमरे मे बिस्तर लगा दिया। अब भाभीजी और मोनिका जी दूसरे कमरे मे सो रही थी। तभी थोड़ी देर बाद भाभीजी मेरे कमरे मे आई।
” रोहित जी किसी भी चीज की ज़रूरत हो तो बता देना। शरमाना मत। ”
भाभीजी की मुस्कुराहट से मै समझ गया था कि कुछ कुछ तो भाभीजी को भी पता लग चुका है।
” हाँ भाभीजी। मै बता दूँगा। ”
मुझे नींद नही आ रही थी। मै मोबाइल चला रहा था तभी मोनिका जी को मैसेज किया।
” मोनिका जी जो काम दिन मे अधूरा रह गया था उसे तो पूरा कर जाओ। ”
” रोहित जी नही हो सकता। भाभी सो रही है मेरे साथ। ”
” तो आप मेरे कमरे मे आ आजो। ”
” पागल हो क्या रोहित जी आप। अगर मै आपके कमरे मे आऊँगी तो भाभी को पता नही चलेगा क्या? ”
” तो मोनिका जी आप भाभीजी से इतना क्यो डर रही हो? ननंद भाभी तो एकदूसरे का साथ देती ही है। आप तो आ जाओ। भाभीजी कुछ नही कहेगी। ”
” नही रोहित जी मैं इतनी भारी रिस्क् नही ले सकती हूँ। जो दिन मे हुआ वहाँ तक ही ठीक था अब आगे कुछ नही। ”
” मोनिका जी यार ऐसे मत करो। आज ही सबसे अच्छा मौका है। बस आप थोड़ी हिम्मत करो। ”
” नही रोहित जी। मै नही कर सकती। सो जाओ आप तो। ”
मै मोनिका जी को कमरे मे बुलाने की बहुत कोशिश कर रहा था लेकिन मोनिका जी कमरे मे आने को तैयार नही हो रही थी। मोनिका जी की डर के मारे गांड फट रही थी। तभी मैंने सोचा अगर आज मोनिका जी को चोदना है तो मुझे ही हिम्मत दिखाने पड़ेगी।
तभी मै उठा और मोनिका जी के कमरे के बाहर खडा हो गया। कमरे का गेट खुला था और भाभीजी सो रही थी। मोनिका जी अभी भी मोबाइल मे उलझी पड़ी थी।
अब मै कमरे मे अंदर गया और मोनिका जी का हाथ पकड़ उन्हे पलंग से खिच् लिया। तभी मोनिका जी की डर के मारे गांड फटने लगी। अब मै मोनिका जी को कमरे से बाहर लाने लगा।
” रोहित जी ये क्या कर रहे हो आप? भाभी सो रही है। ” आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
” सोने दो भाभीजी को। मुझे तो मेरा काम् करना है। ”
” रोहित जी भाभी को पता चल जाएगा यार। ”
” तो चलने दो ना। वो सब समझती है। ”
मोनिका जी नही चुदने के लिए सौ बहाने बना रही थी लेकिन मै आज उन्हे बजाने का पक्का इरादा कर चुका था। मोनिका जी हाथ मे मोबाइल पकड़े हूए खीची चली आ रही थी।
तभी मैंने मोनिका जी को मेरे कमरे मे लाकर तुरंत पलंग पर पटक दिया और मै तुरंत मोनिका जी पर चढ् गया। अब मै फिर से मोनिका जी के होठो को चूसने लगा।
तभी कमरे मे आउच् पुछच् आउछ की आवाजे गूंजने लगी। मै मोनिका जी को रगड़ रहा था। मोनिका जी मेरे हमले को झेल रही थी। तभी मै नीचे आ गया और मोनिका जी की चड्डी खोलने लगा। अब मोनिका जी फिर से मुझे रोकने की कोशिश करने लगी।
” रोहित जी यार रुक जाओ। ”
” मोनिका जी अब मै नही रूकूँगा। ”
तभी मैंने मोनिका जी की चड्डी खोल फेंकी। अब मैंने मोनिका जी की टांगे फैला दी और फिर उनकी चुत मे लंड सेट् करने लगा। मोनिका जी अब शर्म के मारे आँखे बंद कर चुकी थी।
मोनिका जी की चूत काली घनी झाटो से ढकी हुई थी। मोनिक जी की चूत में लंड सेट होते ही मैने ज़ोर से चूत में लण्ड ठोक दिया। तभी मेरा लंड मोनिका जी की टाइट चूत के अस्थि पंजर को तोड़ता हुआ पूरा अंदर घुस गया। चूत में लंड का आगमन होते ही मोनिका जी बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।
” आईईईई मम्मी मर्रर्रर्र गईईईई,, आईईईईई आईईईईई ओह रोहित जी बहुत दर्द हो रहा है। आईईईईई मर्रर्रर्रर्र गईईईई।प्लीज लण्ड बाहर निकालो। ”
” लंड तो अब मजे करके ही बाहर निकलेगा मोनिका जी। ”
तभी मैने लण्ड बाहर निकाला और फिर से मोनिका जी की चूत में लण्ड ठोक दिया। मेरा लण्ड फिर से मोनिका जी की चूत की जड़ तक पहुँच चूका था। मोनिका जी फिर से ज़ोर से चीख पड़ी।
” आईईईईई आईईईईई आईईईईई ओह मम्मी।”
अब मै मोनिका जी की टांगे पकड़ कर उनको को झमाझम चोदने लगा। आह्ह कितना अच्छा लगता है जब लंड चूत में घुसता है तो। आह्ह! मोनिका जी बुरी तरह से चिल्ला रही थी। उनकी की चीखे पुरे कमरे में गूंज रही थी।
“आईईईईई आईईईईई आह्ह आहाः आह्ह आईईईईई आईईईई आह्ह आह्ह आहाहा।”
” ओह मोनिका जी आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह बहुत ही मस्त चूत है आपकी।मज़ा आ गया।”
“ओह आह्ह।सिससस्स आहा ओह रोहित जी धीरे धीरे।चोद यार। आह्ह आह्ह।”
“धीरे धीरे ही चोद रहा हूँ मोनिका जी।”
मैं मोनिका जी को बुरी तरह से चोद रहा था। मोनिका जी की छोटी सी चूत पर मेरा मोटा तगड़ा काला लंड बहुत भारी पड़ रहा था।मेरा मोटा लण्ड मोनिका जी की चूत की चटनी बना रहा था। मुझे तो मोनिका जी को चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“आईईईई आईएईई आईईईई आह्ह आह्ह आह्ह धीरे,,,,, धीरेरेरे,,,, आह्ह आह्ह।”
” आहा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा। ”
मोनिका जी धीरे धीरे चोदने के लिए बोल रही थी लेकिन जब चुत मिलती है तो कौन धीरे धीरे चोदता है यार। मै तो मोनिका जी को जमकर बजा रहा था।
मेरे लंड के ताबड़तोड़ धक्कों से मोनिका जी बुरी तरह से हिल रही थी। तभी मोनिका जी की चीखे रुक सी गई और उनका का पानी निकल गया। अब मेरा लण्ड मोनिका जी के पानी में नहा गया। आहा! बहुत दिनों के बाद मेरे लंड को चूत का पानी पीने का मौका मिला था। आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
मैं जमकर मोनिका जी की जमकर ठुकाई कर रहा था।
“आह्ह आह्ह आईईईईई आह्ह आह्ह आह्ह ओह मम्मी आह्ह धीरे धीरे,,,,, आह्ह आह्ह ।”
“आह्ह मोनिका जी बहुत मज़ा आ रहा है। आहा आहा।”
मैं गांड हिला हिलाकर मोनिका की चूत में लण्ड डाल रहा था। मोनिका जी पलंग पर बुरी तरह से चुद रही थी। मोनिका जी के अब पूरे नखरे खत्म हो चुके थे। फिर मैंने मोनिका जी को बहुत देर तक ऐसे ही बजाया।
अब मैं मोनिका जी के ब्लाउज हुक खोलने लगा। मोनिका जी अब मुझे रोक नही रही थी। मोनिका जी समझ चुकी थी कि अब नखरे करने का कोई फायदा नही है।
तभी मैंने मोनिका जी के ब्लाउज को खोल उनकी ब्रा को सरका दिया। अब मोनिका जी के आम बाहर आ चुके थे। तभी मैं मोनिका जी के आमो पर झपट पड़ा। और फिर मोनिका जी के अमरूदों को हाथो में लेकर कसने लगा।
” ओह मोनिका जी आहा! बहुत ही पके हुए अमरुद है आपके आहा।”
मैं ज़ोर ज़ोर से मोनिका जी के अमरूदों को मसल रहा था। तभी मोनिका जी दर्द से तड़पने लगी।
” आह्ह सिससस्स उन्ह अहह ओह आईईईई।”
मैं मोनिका जी के टाइट अमरूदों के बाग को लूट रहा था। मोनिका जी के बगीचे को लूटने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मोनिका जी अब दर्द के मारे इधर उधर हाथ पैर पटक रही थी।
” आईई सिसस आह्हा ओह्ह्ह रोहित जी। आह्ह। ”
” बहुत मजा आ रहा है मोनिका जी। आहह क्या मस्त बोबे है आह्हा। ”
” थोड़ा आराम से दबाओ रोहित जी। अहहा आईई। ”
” अब तो मै ऐसे ही रगडुंगा। ”
फिर मेने मोनिका जी के अमरूदों को बुरी तरह से मसल डाला।
अब मेने मोनिका जी के बोबो को मुँह मे लिया और फिर झमझम उन्हें चूसने लगा। आह्ह! मोनिका जी के अमरुद खाने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। अब मोनिका जी बेचारी क्या करती! वो चुपचाप मुझे उनके चुचे चुस्वा रही थी।
” उन्ह मोनिका जी। आह्ह बहुत ही टेस्टी है। आहाहा।”
मैं सबड़ सबड़कर मोनिका जी के चूचो को चुस रहा था। मोनिका जी अब चुपचाप उनके खजाने को लूटा रही थी। मै झांझोड़ कर मोनिका जी के चूचो को चुस रहा था। अब मोनिका जी के नखरे खत्म हो चुके थे। वो आराम से मुझे बोबे चूसा रही थी।
” उन्हह बहुत मज़ा आ रहा है। आहहा। ”
फिर मेने थोड़ी देर में ही मोनिका जी के चूचो को बुरी तरह से चुस डाला। उनके गौरे चिकने चुचे एकदम लाल पड़ चुके थे। अब मैं पलंग से नीचे उतर आया और मोनिका जी की टाँगे पकड़ कर उन्हे पलंग के किनारे खीच लिया।
अब मैंने मोनिका जी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और फिर मोनिका जी के पेटीकोट और साड़ी को एकसाथ खोल फेंका। अब मोनिका जी अधनंगी हो चुकी थी।
अब मैंने मोनिका जी की टाँगो को कंधे पर रखा और फिर अब मैं खडा होकर मोनिका जी की चुत मे लंड सेट करने लगा। मोनिका जी चुपाचप मेरे तरफ देख रही थी लेकिन वो कुछ कह नही पा रही थी। आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
अब मैं मोनिका जी की चूत मे लंड सेट कर फिर से उनकी की चूत के परखचे उडाने लगा। मैं मोनिका जी को खचाखच बजा रहा था। अब मेरा लण्ड मोनिका जी की चूत को भोसड़ा बनाने में लगा हुआ था। मै मोनिका जी टांगे पकड़ कर उन्हे झमाझम चोद रहा था। मेरा लंड मोनिका जी की खूबसूरती चखने मे लगा हुआ था।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आईई मम्मी आह्हा। ”
” ओह्ह्ह् मोनिका जी। आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। ”
” आईई आईई ओह्ह्ह् आह्हा आईई। ”
मै मोनिका जी की चूत मे दे दना दन् लंड पेले जा रहा था। मेरे लंड के झटको से मोनिका जी के बोबे बुरी तरह से उछल रहे थे। मोनिका जी आधी पलंग पर टिकी हुई थी और आधी नीचे लटकी हुई थी। मेरा लंड मोनिका जी की चूत मे तगडा घमासान मचा रहा था। मोनिका जी का हाल फिर से बेहाल होने लगा था।
” आईई आईई ओह्ह्ह आह्हह आहा आईई ओह्ह्ह् रोहित जी बस यार। ”
” अभी कहाँ से बस। अभी तो आपको पूरी रात बजाना है मोनिका जी। ”
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आईई आह्हा। ”
मेरे लंड के ज़ोरदार झटको से पलंग भी चुड चुड करने लगी था। मै मोनिका जी की चूतू मे जमकर लंड पेल रहा था। अब तो मोनिका जी की चूत का गुलाबी हिस्सा बाहर दिखने लगा था। मोनिका जी लंड ठुकवाये जा रही थी। तभी फिर से मोनिका जी का पानी निकल गया।
” आह्ह आहाहा ओह् सिसस आहह। ”
” ओह्ह्ह मोनिका जी आहा बहुत मज़ा आ रहा है। अहहा। ”
अब मेरे लंड के ज़ोरदार झटको से मोनिका जी का पानी चुत से नीचे टपक् रहा था। मै जमकर मोनिका जी को बजा रहा था। फिर मैंने बहुत देर तक मोनिका जी ऐसे ही बजाया।
अब मैंने मोनिका जी को पलंग से नीचे उतार लिया। अब मै पलंग के किनारे पर बैठ गया और मैंने मोनिका जी को लंड पकडा दिया। अब मोनिका जी नखरो को ताक् पर रखकर उनके कोमल कोमल हाथो से मेरे लंड को मसल रही थी। मोनिका जी के हाथो मे मेरा लंड और ज्यादा फूल गया था। वो अच्छे से मुट्टी मे कसकर मेरे लंड को मसल रही थी। फिर मोनिका जी ने मेरे लंड को मसल कर लाल कर दिया।
” ओह्ह्ह् मोनिका जी जी। आह्हा। ”
अब मोनिका जी को लंड चूसने मे शर्म आ रही थी लेकिन फिर मैंने उनके होंठो पर लंड रख दिया। तभी मोनिका जी शुरू हो गई। अब मोनिका जी ने मेरे लंड को मसल कर मुंह मे लिया और उसे चूसने लगी।
” ओह्ह्ह् मोनिका जी। आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। अहहा। ”
मोनिका जी अब बिंदास् होकर मेरे लंड का मज़ा ले रही थी। मै मोनिका जी के बालों को सम्हाल रहा था। अब मोनिका जी धीरे धीरे लंड चूसने की स्पीड को बढ़ाने लगी।
” ओह्ह्ह् मोनिका जी। आहहा ऐसे ही चुसो मेरा लंड। आहहा बहुत अच्छा लग रहा है। ”
मोनिका जी भूखी शेरनी की तरह मेरे लण्ड पर टूट पड़ी थी।वो जमकर मेरा लण्ड चुस रही थी। मोनिका जी आज पूरी खुल चुकी थी। वो मेरे लंड का लॉलीपॉप बना रही थी। मोनिका जी अपने हिसाब से मेरे लंड के साथ खेल रही थी।
” ओह मोनिका जी । आह्ह और चुसो। आह्ह।” आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
मोनिका जी झमाझम मेरा लंड चुस रही थी। मोनिका जी को लंड चूसने में बहुत ज्यादा।मजा आ रहा था। वो जमकर मेरा लंड ले रही थी।अब मोनिका जी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से झटके मार मारकर मेरा लंड चूसने लगी।
” ओह्ह्ह् मोनिका जी। आह्हा सिस। ”
फिर मोनिका जी ने बहुत देर तक मेरा लंड चूसा।
अब मैंने मोनिका जी को खड़ी कर दिया और उन्हे घोड़ी बनने का इशारा किया। अब मोनिका जी पलंग को पकड कर घोड़ी बन गई। अब मैंने मोनिका जी की चूत मे लंड सेट् कर दिया।
चूत मे लंड सेट होते ही मैंने मोनिका जी की चूत मे लंड पेल दिया और फिर मै मोनिका जी की कमर पकड़कर उन्हें झमाझम चोदने लग गया। अब मोनिका जी घोड़ी बनकर बुरी तरह से चुदने लगी।
” आहाहा आहा सिससस्स उन्ह ओह आह्ह ओह आह्ह।”
” ओह मोनिका जी आह्ह मज़ा आ रहा है। आहा।”
” आईएईई सिससस्स आह्ह ओह उन्ह सिसस्ससस्स।”
अब मैं मोनिका जी को दे दना दन बजा रहा था। मोनिका जी को घोड़ी बनाकर बजाने में मेरे लंड को बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मोनिका जी घोड़ी बनकर बहुत अच्छी तरह से चुद रही थी।
“आईईईई आहा आह्ह आह्ह सिसस्ससस्स उन्ह आहा आहा ओह ओह आहा मर गईईई आह्ह अहह।”
” बहुत ही मस्त माल हो आप। आहह। ”
” आहह आहह सिसस ओह्ह्ह मम्मी। ”
मैं मोनिका जी जी को घोड़ी बनाकर झमाझम चोद रहा था।मेरे।लंड को मोनिका जी की चूत में बहुत ज्यादा आराम मिल रहा था। मोनिका जी अब शर्म का चोला उतारकर अच्छी तरह से चुदा रही थी।।मैं साली जी की चूत में झमाझम लंड पेल रहा था। मोनिका जी पलंग को पकड़ को पकड़ कर अच्छी तरह से घोड़ी बनी हुई थी।
“आह्ह अआहः अहह ओह आहा आहा आईईईई सिसस्ससस्स आहा ओह्ह रोहित जी।”
“ओह मोनिका जी जी आहा बहुत मज़ा आ रहा है।आहा आहा।”
” आहह आहह बसस् ऐसे ही पेले जाओ रोहित जी। आहह आहह। बहुत मज़ा आ रहा है। आप तो बहुत तगड़े खिलाडी निकले। ”
” आप खिलाडी को पहचान नही पा रही थी मोनिका जी। ”
” वो मेरी गलती थी रोहित जी। आह्हा आह ओह्ह्ह् मम्मी। आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा आह। ”
मेरा लंड मोनिका जी की जमकर क्लास ले रहा था। तभी थोड़ी देर की धुआंधार ठुकाई के बाद साली जी पानी पानी हो गई।अब उनकी चूत से रस टपकता हुआ नीचे गिर रहा था।मैं ज़ोर ज़ोर से साली जी को बजा रहा था। आज तो साली की चूत की खैर नहीं थी।मैं तो साली जी की चूत की धज्जियां उड़ा रहा था।
“अआहः आह्ह आह्ह उन्ह आहा आहः मर गईईई आहा” आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
” आज तो आपको खूब बजाऊंगा मोनिका जी। ”
” बजा लो रोहित जी। मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है आपसे चुदने मे। ”
अब मेरे लंड के हर एक झटके के साथ मोनिका जी जी चूत से रस् नीचे टपक रहा था। मोनिका जी घोड़ी बनकर जमकर लंड ले रही थी। आज वो उनकी बहिन का काम कर रही थी।
“ओह्ह्ह रोहित आह बहुत अच्छा लग रहा है। आहह।”
” ओह्ह्ह मोनिका जी जी गजब की माल हो आप।”
फिर मैने बहुत देर तक सोनिया जी को घोड़ी बनाकर बजाया। अब मैंने मोनिका जी को उठाकर पलंग पर पटक दिया। मोनिका जी का डर अब खुशी के बदल चुका था। वो मेरे लंड की ठुकाई से बहुत खुश नजर आ रही थी।
अब मैंने मोनिका जी की टांगो को फिर से खोल दिया और फिर उनकी चूत मे लंड सेट कर उन्हे बाँहों मे कस लिया। अब मैं मोनिका जी को फिर से बजाने लगा। मोनिका जी फिर से मेरे लंड के तूफान मे उड़ने लगी। मै मोनिका को जमकर बजा रहा था।
” आहा सिससस्स उन्ह ओह सिससस्स आह्ह आह्ह ओह रोहित जी। ”
” ओह मोनिका जी। आह्हा बहुत मज़ा मिल रहा है आह्हा। ”
मेरे लण्ड के धक्कों से मोनिका पानी पानी हो रही थी। उनका चिकना जिस्म पसीने से लथपथ हो रहा था। तभी मोनिका ने मुझे बाहों में कस लिया और वो मेरी पीठ को रगडने लगी।
” ओह सिससस्स आहा ओह उन्ह ओह आह्ह सिससस्स आह्ह। ओह ।”
मैं मोनिका जी को दबाकर जमकर चोद रहा था। मेरा लण्ड मोनिका जी के भोसड़े को पानी पानी कर रहा था। मोनिका जी का चेहरा पसीने से तर बतर हो चूका था।
” ओह मोनिका आह्ह गया मैं तो।”
” चूत मे ही भर दो पूरा माल। ”
” ओह्ह्ह मोनिका जी। उँह। ”
तभी मेरा लण्ड पानी पानी हो गया और और मैंने मोनिका जी की चूत को मेरे लण्ड के पानी से फूल भर गया। अब मोनिका जी ने मुझे बाहों में जकड लिया। भयंकर गर्मी में हम दोनो पसीने से नहा चुके थे। मै मोनिका को बजाकर बहुत खुश था।
” ओह्ह्ह् रोहित जी। आपने तो मेरे जिस्म के अंग् अंग को हिला दिया। ”
” आपकी बहन के अँगो को भी मै ऐसे ही हीलाता हूँ मोनिका जी। ”
” मेरी बहन को तो रोज मज़ा देते होंगे आप। ”
” हाँ मोनिका जी। बहुत मज़ा आया आपको बजाने मे। आप बहुत ही मस्त माल हो। ” आप यह Indian Sex Story (इंडियन सेक्स स्टोरी) हमारी वेबसाइट, दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।
” रोमित् के पापा तो मुझे इतना बजाते ही नही है। ”
” कोई बात नही। अब् मैं बजाऊंगा ना आपको। ”
” हाँ रोहित जी बजाते रहना। ”
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कहानी का अगला भाग: ससुराल में साली जी को पेला–2
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